भगवान राम पर भारत के हर क्षेत्र में ही नहीं विदेशों में भी कई ग्रंथ लिखे गए हैं. सबसे प्रमाणिक ग्रंथ वाल्मीकि रचित रामायण को माना जाता है.
भगवान राम का संबंध गौतम बुद्ध से है. वैवस्वत मनु के दस पुत्रों में एक इक्ष्वाकु वंश के रघु थे जिनके कुल में भगवान राम का जन्म हुआ था.
वनवास के अंतिम समय राम लंका पर चढ़ाई करने के लिए समुद्र में सेतु का निर्माण करवाया था और सागर तट पर शिवलिंग की स्थापना की थी. आज उसे राम सेतु के रूप में जाना जाता है.