30 साल के बाद आंखों की रोशनी होने लगी है धुंधली, तो आज ही शुरू करे ये 7 चीजें 

उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी बेहतर (Eye Health) रखने के लिए आंखों की सेहत पर ध्यान देना जरूरी है.

तीस की उम्र के बाद आंखों की रोशनी से संबंधित परेशानियां शुरू होने लगती है.

30 वर्ष की उम्र तक पहुंचते पहुंचते किसी भी व्यक्ति की आंखें दुनिया को 2 लाख घंटे तक देख चुकी होती हैं.

इनमें नैचुरल चीजें जैसे सन लाइट, पेड़ पौधे से लेकर आर्टिफिशियल चीजें जैसे स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी और आर्टिफिशियल  लाइट तक शामिल हैं.

लंबे समय तक सन लाइट में रहने के दौरान आंखों को यूवी लाइट से बचाने के लिए सुरक्षा धूप का चश्मा या यूवी चश्मे का यूज करना चाहिए.

यूवी लाइट से आंखों को नुकसान पहुंचाता है और इससे मोतियाबिंद, आंखों से जुड़ी उम्र से संबंधित बीमारियों रेटिनोपैथी का खतरा बढ़ जाता है.

हमारी आंखों में बड़ी मात्रा में पानी होता है और ये टियर फिल्म से सुरक्षित रहती हैं . टियर फिल्म वॉटर बेस्ड होती है.

लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क और एयरकंडीशनर कमरे में रहने के कारण  हमारी आंखें ड्राई हो जाती हैं.

आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए आंखों का एक्सरसाइज करना जरूरी है. इसके लिए दूर क्षितिज पर देखने आऊटडोर एक्टिविटी में भाग लेना जरूरी है.

विटामिन ए, सी और ई, जिंक, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर डाइट आंखों की सेहत के लिए अच्छी होती है.